कब नहीं करना चाहिए शिलाजीत का सेवन?

शिलाजीत एक महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है, जिसका उपयोग हजारों वर्षों से विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार में किया जा रहा है। यह हिमालय की पहाड़ियों में पाई जाने वाली एक natural product है, जो जड़ी-बूटियों और minerals के मिश्रण से बनता है। 

शिलाजीत का सेवन ऊर्जा बढ़ाने, immune system को मजबूत करने, improves sexual health और तनाव कम करने में मदद करता है।

 हालांकि, इसके सेवन के दौरान कुछ सावधानियों का पालन करना आवश्यक है। इस आर्टिकल में हम विस्तार से चर्चा करेंगे कि शिलाजीत का सेवन कब नहीं करना चाहिए और इसके पीछे के कारण क्या हैं।

शिलाजीत का सेवन: किन स्थितियों में अवॉइड करें
शिलाजीत का सेवन: किन स्थितियों में अवॉइड करें

शिलाजीत का सेवन कब नहीं करना चाहिए?

शिलाजीत एक महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है, जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है। हालांकि, इसका सही तरीके से सेवन करना बहुत जरूरी है ताकि इसके फायदे मिल सकें और किसी भी तरह के Side effects से बचा जा सके। 

आइए अब जानते है कि शिलाजीत का सेवन कब नहीं करना चाहिए:

खट्टे फलों के साथ

शिलाजीत को खट्टे फलों के साथ नहीं लेना चाहिए। खट्टे फलों में vitamin C और citric acid की मात्रा अधिक होती है, जिससे पेट में Indigestion and Acidity की समस्या हो सकती है।

दूध और मछली के साथ

अगर आप शिलाजीत को दूध के साथ ले रहे हैं, तो इस दौरान मांस या मछली का सेवन न करें। ऐसा करने से digestive problems और skin disease हो सकते हैं।

पानी और शहद के साथ

शिलाजीत को पानी और शहद में मिलाकर लेने से skin के लिए हानिकारक toxic substances बन सकते हैं, जिससे skin diseases हो सकती हैं।

मूली के साथ

शिलाजीत को दूध के साथ लेने के दौरान मूली का सेवन न करें। ऐसा करने से पाचन समस्याएं (digestive problems) हो सकती हैं।

शिलाजीत का सही तरीके से सेवन करने के लिए इन बातों का ध्यान रखें और इसे दूध, घी या शहद के साथ लेना सबसे अच्छा माना जाता है। इससे न केवल शिलाजीत के लाभ मिलेंगे, बल्कि किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं से भी बचाव होगा।

शिलाजीत की खुराक

शिलाजीत का सेवन करते समय उसकी खुराक का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण है। 

विशेषज्ञों के अनुसार:-

  • प्रति दिन मात्रा:  एक दिन में 300 से 500 मिलीग्राम शिलाजीत लेना चाहिए। 
  • डॉक्टर से सलाह: शिलाजीत या किसी भी natural supplements का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है।
शिलाजीत के सेवन के GuidelinesDescription
Recommended Dosageप्रतिदिन 300 से 500 मिलीग्राम
खट्टे फलों के साथसेवन न करें
दूध और मछली के साथसेवन न करें
पानी और शहद के साथसेवन न करें
मूली के साथसेवन न करें
डॉक्टर से परामर्शअवश्य लें

शिलाजीत के लाभ

शिलाजीत के सेवन से कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं, जैसे:

  1. शिलाजीत का नियमित सेवन शरीर में energy level को बढ़ाता है और थकान को कम करता है।
  2. शिलाजीत में मौजूद Minerals and Vitamins immune system को मजबूत बनाते हैं, जिससे शरीर रोगों से लड़ने में सक्षम होता है।
  3. शिलाजीत का सेवन sexual health को सुधारता है और पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ाता है।
  4. शिलाजीत का सेवन मानसिक तनाव और चिंता को कम करता है, जिससे mental health में सुधार होता है।

शिलाजीत का सेवन कैसे करें?

शिलाजीत का सेवन करने के कई तरीके हैं। आमतौर पर शिलाजीत को पाउडर के रूप में दूध में मिलाकर लिया जाता है। इसके अलावा, शिलाजीत को घी या शहद के साथ भी लिया जा सकता है। 

शिलाजीत का सेवन करते समय इन बातों का विशेष ध्यान रखें-

  1. दूध के साथ: शिलाजीत को दूध के साथ लेने से इसके nutrients का absorption बेहतर होता है और इसके स्वास्थ्य लाभ more effective होते हैं।
  2. घी के साथ: शिलाजीत को घी के साथ लेने से इसकी nutrition बढ़ती है और शरीर मेंenergy level बना रहता है।
  3. शहद के साथ: शिलाजीत को शहद के साथ लेने से इसके स्वाद में सुधार होता है और यह more effective होता है।

शिलाजीत के सेवन से जुड़े दुष्प्रभाव

हालांकि शिलाजीत के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, लेकिन इसके सेवन से कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं, यदि इसका सेवन unfair methods से किया जाए। निम्नलिखित दुष्प्रभाव हो सकते हैं:

  1. Digestive problems: शिलाजीत का अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट में गैस, indigestion and diarrhea problem हो सकती है।
  2. Skin Problems: शिलाजीत को पानी और शहद के साथ लेने से त्वचा पर दाने, खुजली और अन्य त्वचा समस्याएं हो सकती हैं।
  3. Allergy: कुछ लोगों को शिलाजीत से एलर्जी हो सकती है, जिससे त्वचा पर red rashes, सूजन और खुजली हो सकती है।
  4. Pregnancy and breastfeeding: गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को शिलाजीत का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए, क्योंकि इसके प्रभाव fetus and newborn baby पर पड़ सकते हैं।

निष्कर्ष

शिलाजीत एक बहुमूल्य आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार में सहायक होती है। इसके सेवन से ऊर्जा बढ़ती है, immune system मजबूत होती है, sexual health सुधारता है और तनाव कम होता है। 

हालांकि, इसके सेवन के दौरान कुछ सावधानियों का पालन करना आवश्यक है, ताकि इसके दुष्प्रभावों से बचा जा सके। शिलाजीत का सेवन करते समय खट्टे फलों, दूध और मछली, पानी और शहद, और मूली के साथ इसका सेवन नहीं करना चाहिए। 

इसके अलावा, शिलाजीत का सेवन शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। शिलाजीत का सही तरीके से सेवन करने से आप इसके अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।

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